सैमसंग और एप्पल पर लगा 124 करोड़ का भारीभरकम जुर्माना, सॉफ्टवेयर अपडेट से करते थे फ़ोन धीमे

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सैमसंग और एप्पल

स्मार्ट फ़ोन की दुनिया में सबसे ज्यादा विश्व प्रचलित व प्रसिद्ध कंपनियां सैमसंग और एप्पल जिन पर लोग आँख बंद कर के भरोसा कर लेते है | उन्होंने ने लोगो के साथ धोका किया है | ये दावा किया है इटली की कंस्यूमर अथॉरिटी नें  |

 क्या है आरोप ?

अथॉरिटी के अनुसार ये दोनों कंपनियां पिछले कुछ वक्त से आपने  यूज़र्स के साथ खिलवाड़ कर रही है | दोनों कम्पनियों पर आरोप है की यह अपने यूज़र्स के फ़ोन जानबूझकर धीमे कर देती है | एंटी ट्रस्ट अथॉरिटी की जांच के माध्यम से पता चला है की ये दोनों भरोसेमंद कम्पनियाँ नें अनुचित वाणिज्यिक तौर तरीकों को अपनाया है |

कैसे करते थे फ़ोन स्लो ?

अथॉरिटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया की ये कंपनियां यूज़र्स को फ़ोन अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करती थी | जिसके कारण यूज़र्स अपना फ़ोन अपडेट कर के नए फीचर तो पाता ही था | साथ ही उसका फ़ोन बहुत धीरे धीरे काम करना शुरू कर देता था | जिससे परेशान होकर वह नए फ़ोन लेने के लिए मजबूर हो जाता था |

अधिकारियों के अनुसार फ़ोन में नया ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर अपडेट कर के कम्पनियाँ यूज़र्स को मुश्किलें आसान कर सकती थी पर इन्होने ऐसा नहीं किया |

एप्पल आई फ़ोन 6 यूज़र्स को बार बार सॉफ्टवेयर अपडेट की नोटिफिकेशन भेज रहा है जिसे कंपनी ने मॉडल आई फ़ोन 7 को ध्यान में रखकर बनाया है | पर साथ में यूज़र्स को इसके लिए चेतावनी नहीं दी की इसके अपडेट से फ़ोन धीमा चलने लगेगा और साथ ही इसकी कार्यप्रणाली पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा |

उधर सैमसंग ने मॉडल ग्लैक्सी नोट इस्तेमाल करने वाले लोगो को गूगल के एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम का नया वर्जन इंस्टाल करने के लिए नोटिफिकेशन भेजी पर ये अपडेट ग्लैक्सी नोट 7 को ध्यान में रख कर बनाया गया था | जिसे ग्लैक्सी नोट स्पोर्ट नहीं कर पाया और फ़ोन पहले की अपेक्षा और धीरे चलने लग गया |

किस पर कितना जुर्माना ?

अथॉरिटी ने दोनों कम्पनयों पर कुल 124 करोड़ का जुर्माना लगाया है | जिसमे से एप्पल पर 83. 46 करोड़ रूपए (10 मिलियन यूरो ) सैमसंग पर 41.73 करोड़ रुपए (5 मिलियन यूरो) का जुर्माना देना होगा और साथ ही  दोनों  कम्पनयों को अपनी इटालियन वेबसाइट पर अथॉरिटी के फैसले की जानकारी देनी होगी |

फिलहाल सैमसंग ने अथॉरिटी के इस आरोप पर निराशा ज़ाहिर की है कंपनी इसके खिलाफ अपील करने की तैयारी कर रही है। पिछले वर्ष एप्पल ने पुष्टि की थी की एप्पल के पुराने मॉडल अपनी बैटरी की वजह से स्लो हो रहे है |