भले ही जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल- 370 क्यों न हट गया हो। लेकिन राज्य में अभी भी धारा-144 लगी हुई है। घाटी में शान्ति बनाये रखने के लिए पुलिस बल ने कड़ी सुरक्षा बना रखी है। अब यह धारा राज्य के तहसील कारगिल, द्रास और सांको में भी लगाई जा चुकी है। इसके लिए जिला मेजिस्ट्रेट ने एडवाइजरी जारी कर दी थी जिसके बाद से गुरूवार सुबह 5 बजे से यह धारा लागू हो गयी।
एडवाइजरी में लिखा है की यदि कोई इस धारा को नहीं मानता पकड़ा गया तो उस पर रणबीर पीनल कोड धारा 188 के तहत कार्रवाई की जायेगी।
आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर गए नेता को रोका गया
उधर, कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आज़ाद और जम्मू कश्मीर के कांग्रेस प्रमुख गुलाम अहमद मीर आर्टिकल – 370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर पहुंचे थे। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के हवाई अड्डे पर ही उन्हें रोक दिया गया। कहा जा रहा है की गुरूवार की दोपहर साढ़े तीन बजे उन्हें वापस भेजा जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी लगातार केंद्र सरकार का विरोध कर रही है। जब से आर्टिकल 370 को हटाया गया है तब से विपक्षी दल केंद्र सरकार से काफी नाराज़ है।
भारत – पाकिस्तान के बीच तनाव का कारण है आर्टिकल 370
भारत की केंद्र सरकार ने सोमवार यानी 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर का आर्टिकल 370 जब से हटाया है तबसे पाकिस्तान थोड़ा परेशान नज़र आ रहा है। जिसकी वजह से अब भरता और पाकिस्तान के बीच में एक बार फिर तनाव बन गया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसको लेकर बड़ा बात कह दी है। इस वक़्त उनका निशाना और कोई नहीं पाकिस्तान ही है।
पाकिस्तान ने ख़त्म करे भारत से रिश्ते ख़त्म, क्या होगा अगला कदम
जब से अनुच्छेद 370 ख़त्म हुआ उसके बाद से पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक और राजनयिक रिश्ते ख़त्म कर दिया हैं। ऐसा करने का फैसला पाकिस्तान ने बुधवार को किया है। पाकिस्तान का कहना है की अब वह इस मुद्दे को यूनाइटेड नेशंस के सामने रखेगा। इसी को लेकर उस देश में बयान बाजी का सिलसिला चल रहा है।
असल में बुधवार को पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने नेशनल सिक्योरिटी कॉउन्सिल की एक बैठक की थी। इसी बैठक में भारत से दोनों तरह के सम्बन्ध को ख़त्म करने की बात करी। पाकिस्तान ने भारत से अपने उच्चायुक्त को अपने देश वापस बुलाने का फैसला लिया है। और भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया जो की पाकिस्तान में थे उन्हें भी वापस भारत भेजा जा रहा है। एयरस्पेस पहले से ही बंद है।