भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके Swami Chinmayanand को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। उनके ऊपर लॉ कॉलेज की एक छात्रा से बलात्कार के आरोप में उत्तर प्रदेश एसआईटी ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें मेडिकल प्रशिक्षण के लिए ले जाया गया था। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। पेशी में कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेजा है। इसके साथ ही पुलिस ने तीन अन्य लोगों को भी चिन्मयानन्द की तरफ से दायर जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया है।
Swami Chinmayanand पर जिस छात्रा ने 12 पन्नों की शिकायतों के साथ एसआईटी को ऐसे बयान दिए जिन्हें सुन कर हर कोई चौंक जाएगा। पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने उसे ब्लैकमेल कर उसके साथ अश्लील हरकत करी है। इसके साथ पीड़िता के हॉस्टल में बाथरूम में नहाने का वीडियो भी बनाया है। आरोपी इस वीडियो से पीड़िता को लगातार ब्लैकमेल करता जा रहा था। और एक साल तक उसका रेप करता जा रहा था। आरोपी इसके दबाव से पीड़िता से मसाज भी करवाता। लड़की ने भी अपने बचाव के लिए चिन्मयानन्द का वीडियो भी बनाया। लड़की ने इसके लिए चश्मे में ख़ुफ़िया कैमरा लगा कर यह वीडियो बनाया था।
मैं अपनी गलती के लिए शर्मिंदा हूँ। – Swami Chinmayanand
वहीं, एसआईटी ने एक प्रेस कांफ्रेंस की। इस प्रेस कांफ्रेंस में एसआईटी चीफ़ नवीन अरोरा ने कहा कि Swami Chinmayanand ने सारे आरोप कुबूल कर लिए हैं। वायरल वीडियो में खुद Swami Chinmayanand हैं यह बात भी उन्होंने मानी हैं। एसआईटी ने यह भी कहा कि चिन्मयानन्द ने उनसे कहा है कि मैं अपनी गलती के लिए शर्मिंदा हूँ।
इसके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी एक बार फिर केंद्र सरकार की तरफ निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट किया – भाजपा सरकार की चमड़ी इतनी मोटी है कि जब तक पीड़िता यह न कह दे की मैं आत्मदाह कर लुंगी, तब तक सरकार कोई भी एक्शन नहीं लेती है। यह जनता और पत्रकारिता की ताकत थी कि एसआईटी को बीजेपी के नेता Swami Chinmayanand को गिरफ्तार करना पड़ा है। जनता ने यह सुनिश्चित किए है कि बेटी बचाओ केवल नारों में ही न रहे, बल्कि धरातल पर भी उतरे। इस ट्वीट के साथ-साथ प्रियंका पहले भी Swami Chinmayanand की गिरफ्तारी की लगातार मांग कर रहीं थी।
उन्होंने सोशल मीडिया पर भी लिखा था कि “उन्नाव बलात्कार मामले में भाजपा सरकार और पुलिस की लापरवाही व आरोपी को सरंक्षण दिए जाने का हश्र सबके सामने है। अब बीजेपी सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस शाहजहांपुर मामले में वही दुहरा रही है। पीड़िता भय में है लेकिन बीजेपी सरकार पता नहीं किस चीज का इंतजार कर रही है।”