ISRO: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो हर दिन नए-नए रोचक खुलासे कर रहा है। हाल में ही इसरो ने चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को चाँद की सतह पर भेजा था। हालांकि वो अलग बात हैं कि यह लैंडर चाँद की सतह पर सही तरह से लैंड नहीं कर पाया। लेकिन चांद के चारों तरफ चक्कर लगा रहा उसका ऑर्बिटर अब भी हर रोज नई और चौंकाने वाली तस्वीरें सामने ला रहा है। बीते दिनों इसरो ने लैंडर द्वारा लिए गए 2 तस्वीरों को लोगों के सामने साझा किया है। इन तस्वीरों में ये पता चल रहा है कि चांद की सतह पर काले दाग क्यों हैं? उसकी सतह पर इतने गड्ढे (Crater) क्यों हैं? तो चलिए बताते है आखिर इसके पीछे का रहस्य क्या है।
ISRO ने किया बड़ा खुलासा
ISRO: चाँद को लेकर इसरो ने अबतक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे के बाद लोगों के मन में चाँद को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे डुअल फ्रिक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर राडार (DF-SAR) ने किया है। इस लैंडर ने चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर मौजूद सतह का अध्ययन किया है। इसरो ने पहले ही बताया था की इस उपकरण की मदद से चाँद पर कहाँ गड्ढे हैं? कहां पहाड़ हैं? कहां समतल जमीन है? इस सबका पता लगाया जा सकता है। और इस लैंडर ने इसरो के उम्मीद पर खड़ा उतर कर दिखाया है। तस्वीरों का आकलन करने पर पता चला है कि शुरुआत समय से ही चांद की सतह पर लगातार उल्का पिंडों, क्षुद्र ग्रहों और धूमकेतुओं की जबरदस्त बमबारी हुई। इसी के चलते चांद की सतह पर अनगिनत संख्या में विशाल गड्ढे बन गए।
सतह की भीतरी बनावट की पड़ताल करता है यह रडार
ISRO: चंद्रयान 2 के एसएआर रडार से पा चला है कि ज्वालामुखी वाले गड्ढे बनने की वजह चांद में अंदरूनी टकराव और विस्फोट हैं। बता दें कि यह रडार कई तकनीक से लैस है। इसमें ताकतवर रिमोट सेंसिंग का प्रयोग किया गया है। इसकी वजह से यह रडार किसी ग्रहीय सतह और उसके भीतरी हिस्से की बनावट की पड़ताल कर सकता है। सतह पर गड्ढे, उबड-खाबड रस्ते में भी घुस कर जानकारी निकलने में सक्षम है।
ISRO ने कैसे पता किया कि चांद के चेहरे पर काले धब्बे क्यों हैं?
चंद्रयान 2 द्वारा भेजे गए तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि यह उपकरण चांद की सतह के ऊपर और सतह के नीचे की जानकारी देने में पूरी तरह से सक्षम है। चाँद की सतह पर बने गड्ढे की वजह से ही चाँद में दाग दिखता है। आसान भाषा में समझे तो इस गड्ढे की परछाइयां ही चांद के चेहरे पर काले धब्बे से दिखाई पड़ते हैं।