टेलिकॉम सेक्टर में जियो ने अपने प्लान से धूम मचाए हुए था। लेकिन बीते दिनों जियो ने अपने यूजर को बड़ा झटका देते हुए प्लान में कटोती कर दी। जियो को अब अन्य नेटवर्क की कॉल पर भी पैसे चुकाने होंगे। जियो ने एलान किया कि दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर बात करने पर प्रति मिनट 6 पैसे देने होंगे। इस ऐलान के बाद जियो ग्राहकों में हल्की मायूसी है। जियो के अलावा बाकी टेलिकॉम कंपनी ने अपने प्लान में कोई बदलाव नहीं किया है। जिसके कारण ग्राहकों को काफी राहत मिली है। इसी बीच एयरटेल ने अपने ग्राहकों को खुशखबरी देते हुए हुए एक ऐलान किया है। तो चलिए जानते है।
एयरटेल ने दिया बड़ा तौहफा
देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल अपने ग्राहकों के लिए बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान के बाद ग्राहकों में ख़ुशी का लहर देखा जा सकता है। बता दें कि एयरटेल ने एक ट्वीट करते हुए लिखा है। प्रिय ग्रहकों सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें चल रही हैं कि एयरटेल अपने ग्राहकों से आईयूसी चार्ज वसूलेगा। ऐसी खबरों पर ध्यान ना दें यह झूठी खबर है। एयरटेल लोगों के विस्वास के साथ धोखा नहीं करेगा। वोडाफोन आईडिया ने इससे पहले ट्वीट करते हुए जानकारी दी थी कि हम अपने ग्राहकों पर ऐसा बोझ नहीं डालना चाहते हैं। यूजर्स अनलिमिटेड कॉलिंग का फायदा उठाते रहेंगे।
जियो ने लोगों को किया निराश
जियो की दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ है, जब यूजर्स से वॉयस कॉल के लिए शुल्क लेने जा रहा है। हालांकि जियो ने इसके लिए ट्राई को जिम्मेदार ठहराया है। जियो ने कहा है कि ट्राई ने इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क (आईयूसी) के मुद्दे को फिर खोल लिया है। तो वहीं बाकी टेलिकॉम कंपनी ने इसे यू टर्न करार दिया है। साथ ही कहा कि जियो जानबूझ कर यूजर के साथ धोखा किया है।
वोडाफ़ोन का बड़ा ऐलान
वोडाफोने कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हम ग्राहकों के लिए इस अतिरित शुल्क का बोझ नहीं देना चाहते है। साथ ही कॉल करने से पहले ये चेक करें कि कॉल ऑफ नेट किया जा रहा है या ऑन नेट, इस तरह का झमेला वोडाफ़ोन अपने ग्राहकों को नहीं दे सकता है। मतलब साफ है की जियो के अलावा कोई और कंपनी IUC चार्ज न लेने का फैसला किया है।
ट्राई ने की थी सिफारिश
बताया जा रहा है कि एयरटेल और वोडाफोन पर 1,050 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। वहीं आइडिया पर 950 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा था। अब वोडाफोन और आइडिया का विलय हो चुका है ऐसे में नई इकाई वोडाफोन आइडिया को दोनों कंपनियों का जुर्माना भरना होगा।