Water or poison: इस समय देश की जो हालत है, उससे साफ़ है की देश में दूसरा युद्ध पानी की समस्या को लेकर हो सकता है। मौजूदा समय में पीने के शुद्ध पानी की समस्या आज एक विश्वव्यापी चुनौती है। भारत में कई ऐसे राज्य है, जहां के लोग मजबूरी इस गंदे पानी को पीते है और अपनी जान गंवाते हैं। इन गंदे पानी के पीने से कई सारे बीमारी होने का डर रहता है। लेकिन उनलोगों के पास कोई दूसरा समाधान नहीं है। लोगों की मजबूरी है कि इन्हें पीने के लिए यही पानी उपलब्ध है। लोग इस बात से वाकिफ़ हैं की इस गंदे पानी को पिने से हमें तरह-तरह के बीमारी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन क्या भी किया जा सकता है। ना तो सरकार इस और ध्यान दे रही है, ना ही जनता अपनी हरकतों से बाज आ रही है।
लगातार घट रही गांव की आबादी
Water or poison: यह पूरा मामला गरियाबंद के सुपेबेड़ा गाँव का हैं जहां लोग इस गंदे पानी को पिने के लिए मजबूर है। इस गाँव के लोग एक ऐसी बीमारी का शिकार हो रहे हैं, जिसकी वजह से यहां की आबादी घटती जा रही है। इस गांव में किडनी की बीमारी को लेकर काफी सहमे हुए है। शायद यही वजह हैं कि लोग अपने अपने घर को छोड़ कर यहां से पलायन कर रहे है. रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार 900 की आबादी वाले गांव में सन 2005 से लगातार किडनी की बीमारी से मौत का सिलसिला जारी है। दिन प्रति दिन यह आकड़ा बढ़ता जा रहा है। साल 2017 में यहां 32 लोगों की मौत हुई। हालांकि इस मामले को लेकर वहां की सरकार ना ही कोई एक्शन लेने में कामयाब हुई ना ही वहां के कोई डॉक्टर इस इलाज का समाधान निकाल पा रहे है।
इस वजह से जहरीला है गांव का पानी
Water or poison: रायपुर से सटे इस गाँव का पानी बिलकुल जहरीला हो चूका है। इसका खुलासा रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किया। जब उस गांव के की मिट्टी का परीक्षण किया था। पीएचई विभाग ने पानी की जो जांच की थी, उसमें उन्हें फ्लोराइड और आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा मिली थी। उसके समाधान के लिए गांव में फ्लोराइड रिमूवल प्लांट लगा दिया गया था। जानने के लिए जुड़े रहे टेलपोस्ट के साथ