झारखण्ड में अब चुनाव के बादल छाने वाले हैं। यहाँ भी अब जल्द आपको चुनावी मौसम का खूबसूरत अंदाज़ देखने को मिलेगा। देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एक कार्य्रक्रम में इसकी घोषणा की है। झारखण्ड में पहला चरण का मतदान 30 नवंबर, दूसरा चरण का मतदान 7 दिसंबर, तीसरे चरण का मतदान 12 दिसंबर, चौथे चरण का मतदान 16 दिसंबर और पाँचवे चरण का मतदान 20 दिसंबर को होगा। इन चुनावों के नतीजे २३ दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
इस घोषणा के बाद, चुनाव आयोग ने यह कहा है कि उन्होंने इसके लिए सभी तरह की व्यापक तैयारी कर ली है और इसके साथ राज्य में आज से आदर्श आचार संहिता भी लागू हो चुकी है। असल में, झारखण्ड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल, यानी 5 जनवरी 2020 को पूरा होने वाला है। उससे पहले नयी सरकार का गठन किया जाना है। पिछली बार भी झारखण्ड के विधानसभा चुनाव पांच चरणों में पूर्ण हुए थे।
81 सदस्यों की विधानसभा में भाजपा-आजसू गठबंधन ने 81 सदस्यों की सीट में से 42 सीटें हासिल कर ली थीं। भाजपा ने 72 सीटों से चुनाव लड़ा था, जिनमें से 37 सीटें अपने नाम की थी। वहीँ,सहयोगी पार्टी आजसू ने 8 सीटों में से 5 सीटों के चुनाव लड़े थे। पिछली बार, झारखण्ड के चुनावों में कई बड़े नेता चुनाव हार चुके थे। जिसमें सीएम उम्मीदवार अर्जुन मुंडा, तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम मधु कोड़ा और आजसू अध्यक्ष और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुदेश महतो का नाम आगे रहा।
हरियाणा के नतीजों को देखने के बाद, भाजपा अब झारखण्ड में भी अलर्ट मोड पर दिखाई दे रही है। पिछली बार वैसे भाजपा किसी न किसी तरह से ज़ोर-आजमाइश करने के बाद सरकार बना पायी थी। लेकिन, इस बार चुनाव के आंकड़ों को हासिल करना थोड़ा मुश्किल होगा। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्य्त के विधानसभा चुनाव प्रभारी ओम माथुर को अभी से चुनावी पेशकश में आगे लगा दिया है। झारखण्ड में इस साल लोकसभा चुनाव में 14 में से 12 सीटें राजग को मिलीं थीं। लेकिन अब पार्टी किसी भी तरह से विधानसभा चुनावों को हलके में नहीं ले सकती है।