मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है तब से फुल फॉर्म में दिख रही है. जनता के हित में एक से बढ़ कर एक फैसले ले रही है.वहीं मोदी सरकार द्वारा लिए कड़े फैसले से एक तरफ जनता खुश है तो वही दूसरी और विरोधियो के पसीने छुट रहे है. अब खबरे आ रही है की इस फैसले से करीब 08 करोड़ पीएफ खाताधारकों को बड़ा झटका लग सकता है. तो चलिए जानते है आखिर पूरी खबर क्या है.
लोगों को एक कड़क डोज
आपको याद दिला दे की साल 2016 को मोदी सरकार ने नोटबंदी करके सबको चौका दिया था. वहीं अब मोदी सरकार देश की जनता को एक और कड़क डोज देने जा रही है. जानकारी के अनुसार इस नियम के लागू हो जाने के बाद करीब 8 करोड़ लोगों के प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है. हर नौकरी करने वालों के लिए प्रॉविडेंट फंड (PF) की रकम सबसे अहम होती है. इसी रकम के बलबूते पर नौकरीपेशा करने वाला आदमी अपने भविष्य को सुरक्षित रखता है. लेकिन अब सरकार इस पर लगाम लगाने जा रही है.
मोदी सरकार ने दिया एक और झटका
जो जानकारी निकल कर सामने आ रही उससे यही पता चलता है कि वित्त मंत्रालय ने पीएफ की ब्याज दर को सालाना 8.65 फीसदी से कम करने के लिए विचार कर रही है. अगर ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा नुकसान नौकरी करने वालो को होगा. कुछ न्यूज़ एजेंसी की माने तो सरकार यह मानती है की इससे बैंकों के उपर कर्ज बढ़ता जा रहा है. जिसकी वजह से अर्थव्यवस्था दिन प्रति दिन निचले अस्तर पर जा रही है.
जानें अभी बैंकों की दर…
आपको जानकर हैरानी होगी की मौजूदा समय में बैंक आपको pf के पैसे पर करीब 3 फीसदी ब्यज दर देती है. और बचत खाता में जो ब्याज मिलता है वो 4 से लेकर 6 फीसदी के बीच है. वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट में बैंक 6-8 फीसदी का ब्याज देती हैं. EPF अपने फण्ड का करीब 85 फीसदी से भी ज्यादा हिस्सा केंद्र और राज्यों की कॉरपोरेट बॉन्ड्स में निवेश करता है.