कुलभूषण जाधव की रिहाई को लेकर इंटरनेशनल कोर्ट आज सुनाएगा फैसला

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कुलभूषण जाधव

पाकिस्तान की सरजमीं में कैद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव के मामले आज फैसला आएगा. इसको लेकर भारतीय बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है. जाधव एक रिटायर्ड भारतीय नौसेना अधिकारी हैं. उन्हें साल 2017 में पाकिस्तान की सेना और अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. हालांकि, उनकी सजा पर भारत ने एतराज जताया था.

आज का दिन बेहद खास

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आज का दिन भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के लोगो के लिए बेहद ही खास होने वाला है. इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस का फैसला किसके पक्ष में होगा यह कहाँ बेहद ही नौजुक है. अगर यह फैसला भारत के पक्ष में आया तो निश्चित तौर पर यह भारत के लिए एक बड़ी जीत होगी. वहीं कुछ जानकरो की माने तो अंतरराष्‍ट्रीय कोर्ट का फैसला मानने के लिए कोई भी देश बाध्य नहीं है.

जाधव, बिजनेसमैन नहीं बल्कि जासूस-पाक

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जैसा की हमें पता है, पकिस्तान की कोर्ट ने जाधव को एक कथित कबूलनामे के आधार पर मौत की सजा सुनाई थी, वहीं इस सजा को लेकर भारत ने आईसीजे में चुनौती दी. जिसके बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पकिस्तान कोर्ट के फैसले को चुनौती दिया. भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था, वहीँ पकिस्तान उस बात से साफ़ इनकार करता है. पाक का दावा- सेना ने 3 मार्च 2016 को जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था. आपको बता दे कि भारत ने 8 मई 2017 को आईसीजे का दरवाजा खटखटाया था. जिसके बाद आईसीजे की दस सदस्यीय पीठ ने 18 मई 2017 को जाधव की मौत की सजा पर रोक लगाकर पाकिस्तानि सेना को बड़ा झटका देने का काम किया था.

भारत और पाकिस्तान दोनों ने पक्ष रखा.

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आपको बताते चले की जब इस मुद्दे को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही तो भारत और पाकिस्तान दोनों देशो ने अपना-अपना पक्ष रखा. कोर्ट में भारत की तरफ से जाधव की पैरवी मशहूर वकील हरीश साल्‍वे कर रहे थे, वहीँ पाकिसतान कीओर से इस मामले में खावर कुरैशी पक्ष रख रहे थे.सुनवाई के समय कोर्ट ने पाकिस्तान को फटकारते हुए कहा कि सही साबुत न होने की वजह से उनके उपर लगे सारे आरोप गलत साबित होते है. पाकिस्‍तान द्वारा जाधव तक राजनयिक न पहुचने पर कहा कि यह मुद्दा देश की जासूसी और सुरक्षा से जुदा है.

वहीं इस पुरे मामल पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने बड़ा बयां देते हुए कहा कि हमने कोर्ट के सामने अपना पक्ष जोरदार तरीके से रखा है. पाकिस्तान अच्छे की आशा कर रहा है और वह आईसीजे का फैसला स्वीकार करेगा