Birthday Special: बॉलीवुड में विलेन बन लोगो के दिलो में खौफ पैदा करने वाले, शक्ति कपूर की फ़िल्मी कहानी है दिलचस्प

0
447
शक्ति कपूर बर्थडे

कभी विलन बन सभी को डराया तो कभी अपने अभिनय से सभी को हसाया। बड़े पर्दे पर विलन, दोस्त, मामा, भाई, पुलिस ऑफिसर बन ना जाने कितने किरदार निभाए। और अपने बेहतरीन अभिनय से हिंदी सिनेमा की दुनिया में ‘शक्ति कपूर’ ने अपना सिक्का जमाया। बता दे, ‘नंदू सबका बंदू’ किरदार निभा सभी के दिल पर राज करने वाले शक्ति कपूर का आज अपना 67वां बर्थडे मना रहे है।

View this post on Instagram

Happy New Year Doston ♥️

A post shared by Shakti Kapoor (@shaktikapoor) on

शक्ति कपूर का जन्म 3 सितम्बर 1952 को दिल्ली में हुआ था। फ़िल्मी दुनिया में अपने कॅरियर की शुरुआत शक्ति कपूर ने साल 1975 में की। अपने फ़िल्मी करियर के दौरान उन्होंने 700 से भी ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर लोगो का दिल जीता।

शक्ति कपूर उन दिग्गज अभिनेता में से एक है। जो अपने हर किरदार को इतना बखूभी निभाते थे की यह समझ पाना मुश्किल होता था। की यह हकीक़त है, या एक कहानी। शायद यही वजह है, कि लोग उन्हें रियल लाइफ में भी विलेन समझने लगे थे। इतना ही नहीं शक्ति कपूर को ‘क्राइम मास्टर गोगो’ के नाम से भी बुलाया जाता है।

View this post on Instagram

♥️ #oldschool #blackandwhite

A post shared by Shakti Kapoor (@shaktikapoor) on

बता दे, शक्ति कपूर ने एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरी की बड़ी बहन शिवांगी कोल्हापुरी से शादी की है। दोनों की शादी साल 1982 में हुई थी। उनके दो बच्चे सिद्धांत कपूर और श्रद्धा कपूर हैं।

आज भी लोगो की जुबां पर छाए है शक्ति के यह डायलॉग

शक्ति कपूर भले ही बड़े पर्दे से दूर हैं, लेकिन उनके कुछ डायलॉग्स आज भी इतने मशहूर है की लोगो की जुबां पर छाए रहते है –

‘ओ लॉलिता’, ‘मैं नन्हा सा छोटा सा बच्चा हूं’, ‘नंदू सबका बंधू’, ‘समझता नहीं है यार’ और आंखें निकालकर गोटियां खेलता हूं

एक एक्सीडेंट ने बदल दी जिंदगी

दरसअल, शक्ति कपूर की फिल्म इंडस्ट्री में हुई एंट्री के पीछे की कहानी बहुत ही दिलचस्प है। असल में, शक्ति कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था-  की एक बार उनकी कार एक मर्सडीज़ से जा टकराई। ऐसे में जब शक्ति कार से बाहर निकले तो उन्होंने एक लंबे और हैंडसम व्यक्ति को निकलते देखा। वह हैंडसम व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि अभिनेता फिरोज़ खान थे।

शक्ति ने भी मौका ना गंवाते हुए फिरोज खान को बताते हुए की वो ‘फिल्म इंस्टिट्यूट ऑफ़ पुणे’ से हैं और उनके पास एक्टिंग का डिप्लोमा भी है। फिरोज से अपनी फिल्म में एक रोल के लिए भी गुजारिश कर दी। 

हालांकि फिरोज वहाँ से बिना कुछ बोले चले गए। लेकिन बाद में शक्ति के ही एक दोस्त जो की फिरोज के साथ फिल्म कुर्बानी में काम कर रहे थे। उन्होंने शक्ति को बताया की फिरोज को अपनी फिल्म के लिए एक एक्टर की तलाश है ,जिसने उनकी गाड़ी में टक्कर मारी और ‘फिल्म इंस्टिट्यूट ऑफ़ पुणे’ में पढाई करता है और यह सुन शक्ति कपूर ने कहाँ वो तो मैं ही हूँ।

शक्ति कपूर आज भी अपनी ज़िन्दगी बदलने और इस मुकाम था आने की की वजह फिरोज खान को मानते है।