कभी कद छोटे होने कि वजह से लोग उड़ाते थे मजाक, आज उसकी कामयाबी देख हुए हैरान

0
1103
Dancer Monark Trivedi

Dancer Monark Trivedi: सपने – हमें जीने का असली मकसद समझते हैं। सपने, हमारा लक्ष्य हमारी आम ज़िन्दगी को अनोखा बना देता हैं। बस जरूरत होती है, तो सही राह ढूंढनें की। वहीं अक्सर सही राह ढूंढनें की चाहत में हमें लोगों के ताने सुनने पड़ते हैं उनकी खरी-खोटी बातों का सामना करना पड़ता है और ऐसा इसलिए क्योंकि इंसानी फितरत है कि कोई आपको आगे बढ़ते हुए देखना नहीं चाहता, और भले ही हम में लाख कमियां हो लेकिन बावजूद इसके हमें दूसरों की कमियाँ गिनवाना बेहद पसंद होता है।

अगर ऐसे में कोई ऐसा हो जो दिखने में हमसे थोड़ा अलग हो, किसी बीमारी का शिकार हो तो या तो हम उसे इतनी सहनभूति जता देते हैं की वह खुद को बेचारा समझने लगता है या फिर उसका इतना मजाक उड़ा देते हैं कि वह खुद को कमजोर समझने लगता है। ऐसी ही एक परिस्थिति का शिकार है।

20 साल के मोनार्क त्रिवेदी जिनकी कम हाइट की वजह से लोगों ने उनका काफी मजाक उड़ाया लेकिन मोनार्क त्रिवेदी ने उन लोगों के मजाक तानों को पीछे छोड़ अपनी मेहनत से कमज़ोर नहीं पड़े। बल्कि कुछ ऐसा कर दिखाया कि सभी के लिए एक प्रेरणा बन गए।

View this post on Instagram

Hope.

A post shared by Monark trivedi (@monark_trivedi) on

Dancer Monark Trivedi

उनका यह सफर बहुत मुश्किल था क्योंकि बाहर वाले ही नहीं उनके घर वाले भी उनके सपनों के खिलाफ थे।और जब अपनों का साथ ना हो तो सफर बहुत मुश्किल हो जाता है। लेकिन मोनार्क ने इस मुश्किल सफर में हौसला नहीं खोया और आज उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां उनका मजाक उड़ाने वालों के चेहरे पर उनके हुनर ने तमाचा मारा है।

तो आइए जानते हैं इस जांबाज की पूरी कहानी

छोटे पर्दे पर कई रियलिटी शो आते हैं और इन रियलिटी शो में अक्सर कुछ ऐसा देखने को मिल जाता है। जिसे देख हमारी आँखें नम हो जाती हैं।

कुछ ऐसा ही देखने को मिला डांस प्लस’, के 5वें सीजन में जिसका आगज हाल ही में हुआ। इस सीजन में मोनार्क कंटेस्टेंट के तौर पर शामिल हुए। वहीं जब उन्होनें अपनी जिंदगी से जुड़ा वो दर्द लोगों को बताया, जिसकी वजह ना सिर्फ उनकी हाइट बल्कि हम जैसे वो लोग है, जो खुद को परफेक्ट मानते हैं, और दूसरों का मजाक उड़ाते हैं। मोनार्क की यह कहानी सुन किसी कि आंखें शर्म से झुकी तो किसी की नम हो गईं!

लोगों के ताने से डर सहम गए थे मोनार्क…

असल में, मोनार्क गुजरात में बसे जूनागढ़ के रहने वाले हैं। उनकी हाइट छोटी होने की वजह से लोग उनका मजाक बनाते हैं।

उन्होंने बताया वो 11 साल के थे जब उन्होंने डांस करना शुरु कर दिया था, लेकिन अपने छोटे कद की वजह से उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी। उन्होंने बताया सभी ने उन्हें इतना कुछ सुना दिया था, कि वो हमेशा डरे – सहमे रहते थे। लोगों के ताने इतने कड़वे थे मोनार्क को लगने लगा था कि वो ज़िन्दगी में कभी कामयाब नहीं हो पायेंगे।

Dancer Monark Trivedi

उनके क़दम थोड़े लड़खड़ाए पर डगमगाए नहीं और फिर उन्होंने डांस को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया और अपने हुनर को निखारने पर काम करना शुरू कर दिया।

पिता भी थे उनके सपने की खिलाफ

लेकिन उनका यह सफर मुश्किल तब हुआ जब इस सफर में अपनो का भी साथ छूटा। मोनार्क के पिता उनके डांस करने के खिलाफ थे वो नहीं चाहते थे, कि मोनार्क डांस की फील्ड में अपना करियर बनाए। यहां तक कि उनके पिता ने तब तक उन्हें परफॉर्म करते नहीं देखा, जब तक कि मोनार्क ने एक डांस कॉम्‍पीटिशन में हिस्‍सा ले गुजरात में अपनी पहचान नहीं बनाई।

बता दें, मोनार्क ने गुजरात के पॉपुलर कोरियोग्राफर धर्मेश येलाण्डे के सामने परफॉर्म किया और उनके डांस को हुनर को काफी सराहा भी गया।

सपनों को सच करना है, तो मोनार्क की तरह जिद्दी बनो

कहते हैं, ज़िद अच्छी बात नहीं लेकिन यह कोई नहीं कहता कि यहाँ भी सिक्के के दो पहलू है। असल में देखा जाए तो वो जिद अच्छी नहीं जो दूसरों को दुःख पहुंचाए लेकिन अगर आप एक अच्छे बदलाव के लिए जिद कर रहें हैं, तो उससे बेहतरीन ज़िद कोई और नहीं। कुछ ऐसा ही किया मोनार्क ने उन्होंने बताया वह बचपन से ही बहुत जिद्दी थी पहले जिद्दी डांस करने की और फिर दी अपनी इस कला के जरिए खुद को कामयाब बनाने की और आगे बढ़ने की जिद। जिसके लिए उन्होंने डांस प्लस को अपना लक्ष्य बनाया। उन्‍हें लगता है कि यह शो उनके लिए बड़ा मंच है, यह मंच उन्हें उस मुकाम तक पहुँचा देगा। जहाँ उनकी जिंदगी एक आम इंसान की तरह खूबसूरत होगी।

मोनार्क ने सफल होने का मन्त्र

मोनार्क ने एक ऐसी बात कहीं जिससे यह साबित होता है वो ना सिर्फ एक बेहतरीन डांसर है बल्कि एक मोटीवेटर भी है असल में मोनार्क का मानना है कि हमें जिंदगी में इंस्पायरर होते रहना चाहिए। लाइफ का क्या है? इसमें तो उतार चढ़ाव आते रहेंगे। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सब छोड़ हार के घर बैठ जाएं। हमें बाहर निकलना होगा और उन सभी मुसीबतों का सामना कर उन्हें हराना होगा, ना कि घर बैठ खुद हार मान लेनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जब भी वो परफॉर्म करते हैं तो वो पल उनके लिए खुशी के सबसे अहम पल होते हैं। जहाँ वह जिंदगी जीना सीखते हैं और लोगों को सिखाना भी चाहते हैं।