अब ‘DELHI’ से ‘DILLI’ बने सकती है अपनी राजधानी

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राजधानी

देश में आजकल नाम बदलो आंदोलन जोर पर है। आपने कई शहरों, जिलों, स्थानों अथवा चौक के नाम बदलते तो सुन ही लिए होंगे। ऐसी कई जगहों के नाम बदले गए हैं जो किसी मुस्लिम नाम से जाने जाते हैं। या फिर किसी नाम को नया रुप देने के लिए बदलाव लाए गए।

अब यूहीं एक सिलसिला देश की राजधानी दिल्ली के लिए भी सामने आ रहा है। अब इसे हिंदी का दिल्ली बनाए जाने की मांग रखी गई है। असल में राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने राष्ट्रीय राजधानी का नाम दिल्ली के बजाय अंग्रेजी में दिल्ली लिखने की माँग की है। उन्होंने अपनी यह माँग तब रखी जब संसद में बजट सत्र का प्रश्नकाल चल रहा था।

विजय गोयल का कहना था शहर की संस्कृति और इतिहास में राजधानी का नाम मूल रुप से होना चाहिए। गोयल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि दिल्ली शब्द की उत्पत्ति के कई संस्करण रहे हैं। इतिहासकारों की मानें तो दिल्ली शब्द की उत्पत्ति मौर्य राजवंश के राजा राजू दिल्लू से हुई, उन्होंने अपने नाम पर ही शहर का नाम रखा। वहीं कुछ लोग बताते हैं कि दिल्ली नाम देहलीज शब्द से निकला है, क्योंकि यह स्थान भारत और गंगा के मैदान का प्रवेश द्वार है।

गोयल ने यह भी कहा कि, काफी लोग दिल्ली के नाम को लेकर भ्रमित है, कोई इसे हिंदी के दिल्ली समझता है तो कोई इसे अंग्रजी के दिल्ली से जानता है। दिल्ली का नाम बदलने की मांग पहले भी उठाई गई है, इसे इंद्रप्रस्थ या हस्तिनापूर के नाम देने का प्रस्ताव रखा जा चुका है।

इससे पहले भी कई शहरों के नाम बदले गए हैं, जैसे कोच्चि, गुवाहाटी, मुंबई, इंदौर, पूणे, वाराणसी और कोलकाता।