दिल्ली में बढ़ता प्रदुषण बजा रहा है खतरे की लाल घंटी, क्या 4 नवंबर से शुरू हो रहे Odd-Even फॉर्मूला से मिल सकेगी बड़ी राहत ?

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Odd-Even फॉर्मूले – दिल्ली-एनसीआर में दिखाई दे रही यह धुंध, सर्दी की नहीं बल्कि प्रदुषण की धुंध है। यह उस प्रदुषण की धुंध है, जो पंजाब-हरियाणा में जलाई जा रही पराली, इंडस्ट्री या कारखानों से निकलती गंदी हवा, वाहनों से निकलता धुंआ, जलते कूड़े की हवा। इस साल दिवाली से पहले इस खबर का ज़ोर ज़्यादा था कि इस बार की दिवाली तौह्फे में सभी प्रदुषण दे कर जायेगी।

इसके लिए सरकार ने प्लान बनाया कि पिछली बार की तरह इस बार भी ‘ग्रीन क्रैकर्स’ की बिक्री अधिक हो। सरकार ने मिलकर इस प्लान पर चर्चा करी और यह फैसला लिया कि इस बार भी यह ईको-फ्रैंडली पटाखे से ही दिवाली मनाई जाए। बिक्री हुई और धड़ल्ले से हुई।

एक बार फिर Odd-Even फार्मूला

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दिल्ली में प्रदुषण कम करने के लिए, केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर Odd-Even फॉर्मूले की घोषणा कर दी है। इस घोषणा को भले ही बहुत दिन हो चुके हैं, लेकिन इस फॉर्मूले को काम लेने का समय अब आया है। आने वाली 4 नवंबर से दिल्ली की सड़को पर ओड या इवन नंबर की गाड़ियां दौड़ती नज़र आएँगी।

यानि, ओड नंबर वाले दिन पर ओड नंबर की गाड़ी और इवन नंबर वाले दिन इवन नंबर की गाड़ी। अब अगर आप इस बात से परेशान हैं की आपके ओड या इवन नंबर की गाड़ी है, तो इस परेशानी के दो हल निकलते हैं। या तो कार-पूलिंग कर सकते हैं या फिर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

4 नवंबर से Odd-Even फार्मूला

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इस बार ओड-इवन फार्मूला बारह दिन के लिए चलेगा, 4 नवंबर से 15 नवंबर तक। यह फार्मूला सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक चलेगा। इस बार इस फॉर्मूले को जो व्यक्ति नहीं अपनाएगा या इसका खंडन करेगा, उसे 4 हज़ार रुपए का जुर्माना देना होगा। पहले यह जुर्माना सिर्फ 2 हज़ार रुपए तक का था।

कौन-कौन बच पाएंगे इस फॉर्मूले से

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इस बार इस Odd-Even फॉर्मूले से बचने वाले लोग हैं, दो पहिया चलाने वाले लोग, कोई महिला जो कार चला रही हो (महिला ड्राइवर), स्कूल की बस या फिर कोई वैन (लेकिन सिर्फ स्कूल के समय पर), देश के राष्ट्रपति, देश के उपराष्ट्रपति, देश के प्रधानमंत्री, देश के गवर्नर, सीजेआई, लोक सभा स्पीकर, केंद्र मंत्रियों की गाड़ीयां, राज्य सभा और लोक सभा की ऑप्पोजीशन पार्टियां, यूपीएससी के चेयरपर्सन, चीफ इलेक्शन कमिश्नर, सीएजी, डिप्टी चेयरमैन राज्यसभा, डिप्टी स्पीकर लोकसभा, लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफ दिल्ली, दिल्ली हाई कोर्ट के सभी जज आदि।

दिल्ली के सरकारी दफ्तरों का टाइम हुआ चेंज

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हाल ही में, खबर आयी है कि दिल्ली सरकार ने राजधानी के सभी सरकारी दफ्तरों के समय में बदलाव किया है। सोमवार से लागू हो रहे ओड-इवन फॉर्मूले की वजह से अब दिल्ली सरकार के 21 विभागों का समय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक कर दिया गया है। इसके बारे में दिल्ली सरकार ने एक लिखित सुचना जारी की है। बहरहाल, यह बदलाव सिर्फ और सिर्फ सरकारी दफ्तरों के लिए ही है।

क्या स्कूल से छुट्टी मिलने के बावजूद भी एन्जॉय कर पाएंगे बच्चे

यह सब राजधानी को प्रदुषण मुक्त बनाने के लिए किया जा रहा है। वहीं, दिल्ली के सभी स्कूलों को सरकार ने पांच नवंबर तक बंद करने का आदेश दे दिया है। शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने यह फैसला लिया। असल में, सुबह और शाम के समय में दिल्ली में ज़्यादा प्रदुषण देखने को मिलता है। स्कूली बच्चों को प्रदुषण से गलत असर न पड़े और वह इस कारण बीमार न हों, इसके लिए ही सरकार ने यह फैसला लिया है।

दिल्ली-एनसीआर आया प्रदुषण की सीवियर प्लस की केटेगरी

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इसके साथ, दिल्ली में पब्लिक हेल्थ एजेंसी घोषित करी गयी है। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदुषण को देख, इस क्षेत्र की हवा को ‘सीवियर प्लस’ की केटेगरी में डाल दिया है। पर्यावरण प्रदुषण रोकथाम और नियंत्रण ने हेल्थ को देखते हुए आने वाले सर्दियों के मौसम के लिए पटाखे जलाने बैन कर दिए हैं।

इस समय प्रदुषण का PM रेट 500 पार कर चूका है। जहाँ प्रदुषण का यह रेट बहुत कम होना चाहिए, वहीं यह रेट दिन-पर-दिन बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में अगर इस मुद्दे पर सही और जल्दी कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया, तो दिल्ली-एनसीआर में लोगों की मौत का कारण सिर्फ ‘प्रदुषण’ ही होगा।