Karnataka Crisis: नहीं थम रही है सियासी फेरबदल, बढ़ती जा रही है पार्टी छोड़ने वालों की गिनती

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Karnataka की सियासत के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रही है। विधायकों का सरकार का साथ छोड़ना कांग्रेस के लिए दिक्कत बन रहा है। सरकार बचाने के लिए कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन वाली दोनों पार्टियों पूरा जोऱ लगा रही हैं। वहीं महाराष्ट्र में भी नजारा नहीं बदला। बागी विधायकों को मनाने, मुंबई के होटल पहुँचे राज्यमंत्री डीके शिवकुमार और जेडीएस विधायक शिवलिंगे गौड़ा को पुलिस ने रोक लिय़ा। जिस कारण मुंबई होटल ने आपात स्थिति होने के कारण राज्यमंत्री डीके शिवकुमार की बुकिंग रद्द कर दी है।

असल में हुआ यह कि बागी विधायकों ने महाराष्ट्र पुलिस को पत्र लिखकर कहा कि हमें खतरा है। स्थिति को देखते हुए मुंबई पुलिस ने विधायकों के लिए सुरक्षा बढ़ाई और होटल के पास धारा 144 लगा दी। यह धारा 9 जुलाई से 12 जुलाई तक रहेगी।

कर्नाटक नेता

हिरासत में लिए गए गुलाम नबी आजाद

उधर बेंगलुरु में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को राज भवन के नजदीक विरोध प्रदर्शन करने की वजह से हिरासत में लिया गया। कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने कहा कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के समय पैरवी कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी करेंगे।

कल गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद विधायकों से बात करने दिल्ली से बेंगलुरु गए थे। सूत्रों के मुताबिक पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ही इन नेताओं से कर्नाटक का ये मसला हल करने और सरकार बचाने को कहा।

सुप्रीम कोर्ट पहुँच चुका है कर्नाटक मसला

10 बागी विधायकों द्वारा आरोप लगाए जाने पर इस विवाद ने सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर दस्तक दे दी है। विधायकों की तरफ से पूर्व अॅटार्नी जनरल व वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई के समक्ष इस मसले पर जल्द से जल्द सुनवाई करने के लिए अनुरोध किया है।

जिसके चलते सीजेआई व पूर्व अॅटार्नी जनरल के बीच में Karnataka विवाद पर बहस भी हो गई। सीजेआई ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष इस मामले को लेकर गंभीर नहीं हैं और न ही कोई कारवाई कर रहा हैं। उधर विधानसभा स्पीकर ने कहा कि मैंने किसी का भी इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। अचानक से फैसला नहीं कर सकता हुँ, नियमों के अनुसार कारवाई करुंगा। इस मामले को लेकर स्पीकर ने 17 जुलाई तक का समय मांगा है।

Karnataka के बाद गोवा में बिगड़ी राजनिति

इस समय गोवा में सियासी बादल जोरों से बरसने को तैयार हैं। Karnataka की सियासत के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस पार्टी के 15 में से 10 विधायक अब भाजपा की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। गुरुवार के दिन यह सभी 10 विधायक, साथ में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे।

गोवा विधानसभा के विरोधीदल के नेता चंद्रकांत बाबू कावलेकर के नेतृत्व में 10 विधायकों का यह दल राजेश पाटनेकर के पास पहुँचा। इस दौरान मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और विधानसभा के उपसभापति माइकल लोबो भी उपस्थति रहे। भाजपा में गोवा सदस्य राज्यसभा की गिनती बढ़ गई है जो कि गोवा विधानसभा में अब तक की सबसे अधिक है।

गुरुवार को स्पीकर के सामने पेश होंगे विधायक, स्पीकर लेंगे फैसला

विधायकों के पास मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पीठ से स्पीकर के पास जाने के निर्देश दिए। स्पीकर ही अब अंतिम फैसला लेंगे। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पीठ ने विधायकों से आज स्पीकर के पास जाने का निर्देश दिया और कहा कि स्पीकर इसपर फैसला लें। विधायकों की तरफ से अदालत में मुकुल रोहतगी पेश हुए। उन्होंने कहा कि विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। स्पीकर मामले को लटका रहे हैं। अदालत ने कहा कि वह कल मामले पर सुनवाई करेगा।

विधायक स्पीकर के सामने शामिल हों।
वहीं कांग्रेस लीडर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई कांग्रेसी नेता विधानसभा में लगी राष्ट्रपिता की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।