कर्नाटक के मुख्यमंत्री बन सकते हैं एचडी युद्दयुरप्पा, पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष से मिलकर करेंगे आगे की बात

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येद्दयुरप्पा

कर्नाटक विवाद अब थम चुका है। मंगलवार देर शाम उसका इस मामले का हल हो गया है। एचडी कुमारस्वामी की सरकार बहुमत में फेल होने के बाद सत्ता से निकल गई। कांग्रेस और जेडीएस विधायकों के बीच की लड़ाई अभी भी जारी है। अब भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर तैयारी नहीं है। इसके लिए भाजपा अपने विधायकों के साथ एक बैठक कर रही है।

सुनने में आ रहा है कि राज्य के भाजपा प्रमुख बीएस येद्दयुरप्पा अब प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने का दावा करते हैं। अब अगर भाजपा प्रदेश में सत्ता में आती है तो येद्दयुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पद की कुर्सी चौथी बार संभालेंगे।

येद्दयुरप्पा का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह से मिलेंगे। फिर बाद में गवर्नर से बात करेंगे। सरकार के अगले प्लान के लिए येद्दयुरप्पा पार्टी के विधायकों के साथ भी मीटिंग करेंगे।

इससे पहले येद्दयुरप्पा 2007 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे, पर जेडीएस के समर्थन वापस लेने के कारण एक हफ्ते बाद ही सरकार गिरानी पड़ गई थी। उस समय राज्य में राष्ट्रपति का शासन लग गया था। 2008 में वो फिर सत्ता में आए तो थे लेकिन भ्रष्टाचार के लगे आरोपों के कारण उन्हें अपने कदम फिर पीछे करने पड़े थे। मई 2008 से जुलाई 2011 उनका दुसरा कार्यकाल रहा।

2012 में येद्दयुरप्पा ने नई पार्टी बनाई जिसका नाम कर्नाटक प्रजा पक्ष रखा। 2014 में होने वाले चुनाव से पहले ही उन्होंने भाजपा का हाथ थाम लिया। शिमोगा से लोकसभा चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई। 2018 में उन्हें कर्नाटक का भाजपा अध्यक्ष बनाया गया, परन्तु विधानसभा चुनाव में पार्टी बहुमत के आंकड़ों तक नहीं पहुँच पाई थी।

अब बहुमत के आंकड़े की सीमा कम हो गई है तो सत्ता में फिर से वापसी के लिए वो तैयार हैं। मुंबई में कांग्रेस-जेडीएस को छोड़ने वाले विधायकों ने यह फैसला लिया है कि जब येद्दयुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेंगे वो राज्य में तभी लौटेंगे। इससे पहले कांग्रेस पार्टी भाजपा पर आरोप लगा चुकी है कि उनके विधायकों को भटकाने का काम भाजपा ने ही किया है। पर बागी विधायकों ने साफ शब्दों में यह पहले ही कह दिया था कि सरकार को छोड़ना और अपने पदों से इस्तीफा देना उनका ही फैसला है, इसमें भाजपा का कोई हाथ नहीं है।

यह सब होने के बाद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी चुप नहीं रह पाईं। उन्होंने आरोप लगाया की भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है। उनका कहना था, भाजपा को एक दिन यह पता चल जाएगा कि सब कुछ खरीदा नहीं जा सकता, हर किसी के पीछे नहीं पड़ा जा सकता और बोला गया हर झूठ बेनकाब होता है।

राहुल गांधी ने भी इस मामले पर एक ट्वीट भी कर दिया।