मायावती के भाई का बेनामी प्लाॅट हुआ जब्त, अयोध्या विवाद पर अगली तारीख बताई गई

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आनंद कुमार

बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष को कौन नहीं जानता। बसपा की अध्यक्ष मायावती के भाई और पार्टी के उपाध्यक्ष आंनद कुमार के खिलाफ अब आयकर विभाग ने एक कड़ा एक्शन लिया है। नोएडा में एक बेनामी प्लाॅट जो कि बसपा सुप्रीमो के भाई का बताया जा रहा है। इसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। कुल सात एकड़ वाले इस प्लाॅट के मामले में आंनद कुमार की पत्नि का भी नाम आ रहा है।

सोर्स – टवीटर

सुत्रों के मुताबिक, इस प्लाॅट की कीमत है चार सौ करोड़। बहरहाल, आनंद कुमार की प्रोपर्टी की जांच इनकम टेक्स विभाग काफी समय से करने में लगा हुआ है। विभाग को जांच करते वक्त पता चला कि नोएडा का एक बड़ा बेनामी प्लाॅट आनंद कुमार का है। जिसका साइज 30 हजार वर्ग मीटर है।

बेनामी निषेध इकाई ने इस प्लाॅट को जब्त करने का आदेश 16 जुलाई को दिया था। जिसके बाद आयकर विभाग ने इसे 18 जुलाई को जब्त कर लिया था।

अब सुनने में आ रहा है कि इस जांच में मायावती का भी नाम आ सकता है। कुछ दिनों में आयकर विभाग आनमद कुमार के कई और बेनामी प्रोपर्टी पर भी कारवाई कर सकती है। फिलहाल इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं सामने आई है।

सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर अब अगली तारीख 2 अगस्त दी

वहीं देश के बहुचर्चित विवाद रहने वाला अयोध्या भूमि विवाद मामले पर बृहस्पतिवार को एक बड़ा फैसला लिया। इस मामले पर कोर्ट में मध्यस्थता चल रही है जिसमें पैनल ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश कर दी है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने 31 जुलाई तक मध्यस्थता के नतीजे बताने की बात कही है।

अगली सुनवाई होगी 2 अगस्त को। अयोध्या भूमि विवाद मामला पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला आया है। अयोध्या विवाद में मध्यस्थता पैनल ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी, ब्योरा गोपनीय रखा गया है और मध्यस्थता जारी रहेगी।

अनियमित काॅलोनियों में रह रहे लोगों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में लगभग 2000 अनियमित काॅलोनियों में रह रहा लोगों के लिए एक बड़ी सौगात लाएं हैं। जल्द ही इल काॅलोनियों की रजिस्ट्री करी जाएगी। माना जा रहा है कि इन काॅलोनियों में लगभग 50 हजार लोग रहते हैं। आप सरकार ने इस बात को अगले छह महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कहा है। कहा जा रहा है कि इस रजिस्ट्री से लोगों को ही लाभ नहीं होगा बल्कि सरकार को भी करोड़ों के टैक्स या कर की भी प्राप्ति होगी।