Top 15 Most Romantic Dialogue in Bollywood- हमारी यह फ़िल्मी दुनिया बड़ी ही रंगीन है। यहाँ की कहानी बड़ी मज़ेदार होती है। कुछ सच्ची और कुछ खुद की बनाई हुई। इन कहानियों में इमोशन हैं, लव कनेक्शन है, मार-दाढ़ है, नाच-गाने हैं, फन है, और भी बहुत कुछ है। हर किसी की अपनी-अपनी चॉइस है। किसी को एक्शन पसंद है तो कोई रोमांस की तरफ भागता है। काफी फिल्में अपने गानों के लिए फेमस हैं तो कुछ अपनी कहानी के लिए। हीरो-हीरोइन के रोल को देखर या तो लोग सिनेमा हॉल में बैठकर सीटियां बजाते हैं या फिर चुप-चाप शान्ति से मूवी देखती हैं।
लेकिन, रोमांटिक फिल्मों और उनके गानों को चाहने वाले ज़्यादा हैं। गानों की धुन और लिरिक्स पर ज़्यादा ध्यान दिया जाता है। वहीं, रोमांटिक फिल्मों में हीरो-हीरोइन के डायलाग पर भी खूब म्हणत की जाती है। ऐसे में, हम लेकर आये हैं आपके लिए बॉलीवुड के वो फ़िल्मी रोमांटिक डायलाग जिन्हें आप पढ़ कर अपने पार्टनर या प्यार को याद करने लगेंगे।
– हमसे दूर जाओगे कैसे? दिल से हमें भुलाओगे कैसे? हम वो ख़ुशबू हैं जो साँसों में बस्तें हैं… खुद की साँसों को रोक पाओगे कैसे?
– मोहब्बत भी ज़िन्दगी की तरह होती है। हर मोड़ आसान नहीं होता, हर मोड़ पर ख़ुशी नहीं होती। … पर जब हम ज़िन्दगी का साथ नहीं छोड़ते, फिर मोहब्बत का साथ क्यों छोड़ें ?
– तो क्या हुआ अगर झूठ सिर्फ तुम्हें पाने के लिए कहा था? तो क्या हुआ अगर चेहरे के सिवा मुझे और कोई चेहरा दिखाई नहीं देता? तो क्या हुआ अगर तुम्हारे नाम के सिवा मुझे और कोई नाम याद नहीं रहता? तो क्या हुआ अगर यह आवारा तुम्हें दीवानों की तरह प्यार करता है? तो क्या हुआ? प्यार सब कुछ तो नहीं होता न।
– चाहने और हासिल करने में बहुत फ़र्क है… प्यार सिर्फ हासिल करना नहीं। … प्यार देने का नाम है।
– यूँ नज़र की बात की और दिल चुरा गए… हम तो समझे थे बूथ, आप तो धड़कन सुना गए।
– इश्क़ दे मेरे मित्रा पहचान की, मिट जावे जदों ज़िद अपनान दी।
असली प्यार का मतलब हासिल करना नहीं होता।
– प्यार तो बहुत लोग करते हैं, लेकिन मेरे जैसा प्यार कोई कर नहीं सकता, क्योंकि किसी के पास तुम जो नहीं हो।
– इतनी शिद्दत से मैंने तुम्हें पाने की कोशिश की है, कि हर ज़र्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की साज़िश की है।
– कहते हैं अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो, तो पूरी क़ायनात तुम्हें उससे मिलाने की कोशिश में लग जाती है।
– जब कोई प्यार में होता है, तो कोई सही गलत नहीं होता।
– ज़िन्दगी में कुछ रिश्ते हम खुद चुनते हैं… और कुछ रिश्ते रबजी हमारे लिए चुनते हैं।
– अँधेरे में अगर किसी का साथ हो न… तो अँधेरा कम लगता है।
– ये ज़िन्दगी चल तो रही थी, पर तेरे आने से मैंने जीना शुरू किया।
– अगर बाज़ी इश्क़ की बाज़ी है तो जो चाहे लगा लो… डर कैसा?… अगर जीत गए तो क्या कहना। … अगर हारे भी तो बाज़ी मात नहीं।
– नमाज़ में वो थी… पर लगा दुआ हमारी मंज़ूर हो गई।
– हर धर्म मोहब्बत सिखाता है। पर मोहब्बत का तो धर्म नहीं होता, वो खुद अपने आप में एक धर्म है।
‘बॉलीवुड के डैडी एंड बेबीज़’ हैं कमाल, रील और रियल लाइफ में ऐसा है इनका रिश्ता