औरत जिसे ममता का प्रतीक माना जाता है | वह किसी भी क्षेत्र में कार्य करले, किसी भी मौकाम का छू ले पर वह अंदर से एक दरयादिल ही होती है | इसी दरयादिली का एक नमूना जहाज़ में भी देखा गया | जहाज़ में सफर के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक महिला कर्मी ने एक छोटी सी बच्ची को अपना दूध पिलाया और शांत किया | कहते है जब बच्चे रोते है तब हर किसी का दिल पिघल जाता है और अगर बच्चा भूख के कारण रोये तो हर मुमकिन कोशिश की जाती है |
क्या है पूरा मामला ?
दरहसल, फिलिपींस एयरलाइंस में एक बच्ची काफी वक्त से भूख के कारण बिलख रही थी | और विमान में खाने की सामग्री में बच्ची के लिए दूध की सेवा नहीं थी और बच्ची की माँ गलती से दूध घर भूल गयी थी | विमान की उड़ान के थोड़ी ही देर बाद बच्ची की रोने की आवाज़ सुनाई देने लग गयी और किसी यात्री को कोई उपाय नहीं सूझ रहा था की बच्ची को चुप कैसे कराया जाये फ्लाइट में उसी वक्त एक अटेंडेंट भी मौजूद थी जो यह सब देख रही थी | उसने बिना कुछ सोचे उस बच्ची को गोद में लिया और पीछे बैठ कर उस बच्ची को अपना दूध पिलाने लग गयी |
फ्लाइट के लोगो ने किया ये ?
जो भी यात्री उस जहाज़ में बैठे थे वो बड़े आश्चर्य से महिला कर्मी के इस काम को देख रहे थे और थोड़े ही देर में बच्ची चुप हो गयी तभी वहाँ बैठे सभी लोगो ने उसके लिए तालियां बजाकर उसके इस काम के लिए सरहाना की | इस महिला का नाम पेटरिशा है जो की फिलिपींस एयरलाइंस में अटेंडेंट के रूप में कार्यक्रमी है जिनका काम लोगो की देख रेख करना है पर इस प्रकार किसी जरूरत मंद की सहायता करना एक अनूठी मिसाल है और सच में काबिले तारीफ़ है |
फेस बुक पर किया शेयर ?
यह पूरा वाक्य तब वायरल हुआ जब पेटरिशा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर बच्ची के साथ फोटो शेयर की | पेटरिशा ने बताया की विमान में बच्ची को पिलाने के लिए फार्मूला मिल्क की कोई भी व्यवस्था नहीं होती | और बच्ची को दूध पिलाने के लिए उसकी माँ सक्षम नहीं थी जिसके कारण पेटरिशा ने अपना दूध पिलाने का फैसला लिया | सोशल मीडिया पर पेटरिशा के इस काम की काफी प्रशंसा की जा रही है | पेटरिशा के इस काम से आज फिर एक बार एहसास होता है की इंसानियत अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है |