JCB की खुदाई वाली वीडियो के बाद इन दिनों सोशल मीडिया पर एक नया ट्रेंड चल रहा है. इस ट्रेंड का नाम है FaceAppChallenge एप्प. इस एप्प की मदद से आप अपने बूढ़े होने की तस्वीरें देख सकते है. इसके साथ ही अप सोशल नेटवर्किंग साईट पर अपलोड कर सकते है. यह एप्प आम आदमी ही नही बल्कि बॉलीवुड से लेकर क्रिकेट स्टार के दिमागों पर भी छाया हुआ है. लेकिन क्या आपको पता है, यह एप्प कितना सुरक्षित है. नहीं न तो चलिए आज हम बताते है.
सवालों के घेरे में फेस एप्प
तेज़ी से वायरल हो रहे फेस एप्प पर आब सवाल भी उठने लगे है. बीते कुछ दिनों में कई ऐसी खबरें आई हैं जिनसे साफ़ हो गया है कि आर्टिफीशल इंटेलिजेंस पर काम करने वाले इस ऐप की प्रिवेसी पॉलिसी सही नहीं है. जिस प्रकार यह एप हमारे फोटो को स्टोर करती है, पीर प्रोसेस करती है, उसके बाद रिजल्ट शो करती है, ऐसे में प्राइवेसी से जुड़े मुद्दे तो उठने लाजमी ही है. कहा जा रहा है कि फेसऐपयूजर्स के डेटा को थर्ड पार्टी के साथ शेयर कर सकता है. हालांकि फेस एप द्वारा सफाई देते हुए कहा गया कि उसके सर्वर से यूजर्स के फोटो 48 घंटे बाद ऑटोमैटिकली डिलीट हो जाते हैं.
दूसरे ऐप्स के जैसी ही है प्रिवेसी पॉलिसी
भले ही इस एप को लेकर यूजर के मन में सवाल उठाने लगे है. लेकिन कुछ जानकरो की माने तो इस एप कि प्राइवेसी वैसे ही है, जैसे जैसे इनदिनों दुसरे एप की प्राइवेसी है. फ्रेंच सिक्यॉरिटी रिसर्चर एलियॉट ऐंडरसन ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘यूजर फेसऐप के नियम और शर्तों पर नाराज हो रहे हैं लेकिन फ़ोन में ज्यादातर एप इसी नियम के साथ आते है.
फेस ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं वे कुछ इस प्रकार है….
- लाखों फेस इमेज इकट्ठे करके फेस ऐप क्या करता होगा?
- दूसरे डेटा के साथ फेस ऐप क्या कर रहा है- इनमें से ज्यादातर को निजी तौर पर पहचाना जा सकता है?
आपको बता दे की विवाद उस समय शुरू हुआ जब कुछ ऐंड्रॉयड और आईओएस यूजर्स ने ऐप में दिए गए उस शर्त पर गौर किया. इस शर्त में साफ़ तौर पर लिखा था की यूजर द्वारा दिए गए फोटो को एप किसी भी लात्फोर्म पर इस्तेमाल कर सकता है. हालांकि दुसरे एप को उन इनस्टॉल करने के बाद सारे डाटा डिलीट हो जाते है, लेकिन इस एप में फिलहाल ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है.