बॉलीवुड स्टार सोनाक्षी सिन्हा एक बार फ़िर फंसी विवादों में। हाल में ही सोनाक्षी की फ़िल्म खानदानी शफाखाना बड़े पर्दे पर रिलीज़ की गयी। जिसके चलते वो फ़िल्म के प्रमोशन में व्यस्त थीं। वहीं फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन्होंने ऐसे शब्द का प्रयोग किया। जिस वजह से वाल्मीकि समाज की भावना को ठेस पहुंची।
इसके बाद यह मसला इतना बढ़ गया कि वाल्मीकि समाज के लोगों ने रविवार को कई क्षेत्रों में सोनाक्षी के में खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। और उनके पोस्टर में आग लगा दी गयी। यहाँ तक की वाल्मीकि समाज के कुछ लोगों ने सोनाक्षी पर पुलिस केस करने की इच्छा जताई। बता दे, इससे पहले भी अपने बेबाक़ अंदाज़ की वजह से सोनाक्षी कई विवादों में फंस चुकी हैं।
ट्विटर पर पोस्ट शेयर का मांगी माफ़ी
हालांकि मुददे के, सुर्ख़ियों में आने के बाद सोनाक्षी ने ट्विटर के ज़रिये अपने इस व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी। सोनाक्षी ने लिखा- मेरे दिल में वाल्मीकि समाज के प्रति सम्मान की भावना हैं, उनके त्याग और बलिदान का मैं आदर करती हूँ।
बता दे, सोनाक्षी ने साथ ही लिखा- उनका इरादा किसी को भी जानबूझकर ठेस पहुंचाने का नहीं था। अपने इस व्यहवार के लिए सोनाक्षी ने पोस्ट के ज़रिये मांफी मांगी। इस पोस्ट को हिंदी-इंग्लिश दोनों भाषाओं में साँझा किया गया।
क्या हैं पूरा मामला
दरसअल, फ़िल्म खानदानी शफाखाना के प्रमोशन में जुटी अभिनेत्री सोनाक्षी ने, 23 जुलाई 2019 को सिद्धार्थ कानन को दिए इंटरव्यू के दौरान। एयरपोर्ट लुक से जुड़े सवाल पर टिप्पणी करते हुए कहा था, कि माना मुझे एयरपोर्ट पर कैजुअल ड्रेसिंग पसंद है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि मैं जान बूझकर “भंगी” बनके चली जाऊ।
सोनाक्षी के इस इंटरव्यू में विवादित शब्द का प्रयोग करने के बाद से वाल्मीकि समाज उनके ख़िलाफ़ हैं। गौरतलब है, इंटरव्यू में “भंगी” शब्द के प्रयोग से वाल्मीकि समाज की भावनाओं को आहत हुई।
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