पिछले शनिवार के दिन देश ने अपने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को खो दिया था। उनके इस अभाव को नरेंद्र मोदी ने भी महसूस किया। नरेंद्र मोदी ने कहा भी था की मेरा दोस्त चला गया। उनका निधन दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ था। वह काफी लम्बे समय से बीमार थे। और 9 अगस्त से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे।
इसके चलते एक खबर भी सामने आयी है कि दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने फैसला लिया है कि फ़िरोज़ शाह कोटला स्टेडियम का नाम अब पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम से जाना जाएगा। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष रह चुके थे। कहा जा रहा है कि स्टेडियम का नाम ही बदल कर अरुण जेटली स्टेडियम होगा। बहरहाल ग्राउंड का नाम फ़िरोज़ शाह कोटला रहेगा।
स्टेडियम के नामकरण की तारीख 12 सितंबर बताई जा रही है। खबर यह भी आयी है कि स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम से जाना जा सकता है। इस बात की पुष्टि तो पहले ही कर दी गयी थी। 12 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री किरण रिजिजू मौजूद होंगे।
इस बात की जानकारी डीडीसीए ने अपने एक ट्वीट में की थी। डीडीसीए के प्रेजिडेंट रजत शर्मा ने कहा कि यह अरुण जेटली का साथ और योगदान ही था जो देश को विराट कोहली, वीरेंद्र सेहवाग, गौतम गंभीर, ऋषभ पंत और आशीष नेहरा जैसे खिलाड़ी देश को मिले हैं।
इसके साथ गौतम गंभीर, जो की देश के लिए 58 टेस्ट मैच और 147 ओ डी स खेल चुके हैं और अब भाजपा से ईस्ट दिल्ली के एमपी हैं, ने भी यमुना स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स को अरुण जेटली स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का नाम देने की चाह में हैं।
यह स्टेडियम दिल्ली के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक है। जिसका निर्माण 1883 में कराया गया था। अरुण जेटली इस स्टेडियम के प्रेजिडेंट के तौर पर करीब 14 साल रहे। और इस स्टेडियम में कई तरह के निर्माण कराते रहे।