देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फाइटर प्लेन Tejas में गुरूवार को बंगलुरु में अपनी पहली उड़ान भरी। और इस पहली उड़ान के साथ वह देश के पहले रक्षामंत्री बन गए हैं। सूत्रों के मुताबिक़, यह उड़ान करीब आधे घंटे की थी।
फाइटर प्लेन Tejas भारतीय वायुसेना की 45वी स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग ड्रैगर्स’ का एक अहम हिस्सा है। राजनाथ सिंह को उनकी पहली उड़ान का बेहतरीन अनुभव कराने वाले पायलट का नाम नर्मदेशवर है।
Tejas में अपनी पहली उड़ान के अनुभव के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पहली बार तेजस में बैठने का मौका मिला और ये मेरी ज़िन्दगी का विशेष अनुभव था। उड़ान के दौरान प्लेन के करतब देखने को मिले। मैंने अपने को-पायलट से भी इस बारे में बात की। विश्वभर में इस फाइटर प्लेन तेजस की खूब डिमांड है।
आपको बता दें, उड़ान भरने में और वॉर के समय ऐसे हलके फाइटर प्लेन अपने मिशन में कामयाब साबित होते हैं। Tejas एक लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जिसे देश में ही बनाया गया है। इस प्लेन का डिज़ाइन और निर्माण हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल)और एयरोनॉटिक्स डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) ने किया है।
इसके निर्माण के लिए पिछले साल दिसंबर माह में भारतीय सेना ने 83 Tejas प्लेन बनाने का काम सौंपा था। और इस प्रोजेक्ट की अनुमानित राशि पचास हज़ार करोड़ रुपए रखी गयी। और इस साल फरवरी के बंगलुरु में हुए एयरशो को रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीओ) ने फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस जारी किया था।
यह प्लेन कार्बन फाइबर से बनाया गया है इसीलिए इसका वज़न हल्का है। यह प्लेन एक बार में 2,300 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। हवा में भी इस फाइटर प्लेन में फ्यूल भरा जा सकता है। इसका वजन करीब 6,560 है और इसके चलते यह विमान 50 हज़ार फ़ीट तक ऊँचा उड़ सकता है। इस विमान की 13.2 मीटर लंबाई और 4.4 मीटर ऊंचाई है। और इसे भविष्य में भी अपग्रेड किया जा सकता है।
इसके साथ ही Tejas ने अरेस्टेड लैंडिंग की परीक्षा भी पास कर ली है। जिससे यह प्रमाण तो मिल गया है की तेजस का इस्तेमाल वॉर के समय भी आसानी से किया जा सकता है।