Roads in India:- सड़क पर चलने के लिए हर किसी को सुरक्षा का ध्यान तो रखना ही चाहिए। सरकार ने तो अब इसके लिए कड़े नियम भी बना दिए हैं। कुछ दिनों पहले, देश में लागू किया गया, नया मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन बिल 2019 काफी चर्चा में रहा था। कई लोगों के चालान काटे गए। इस बार चालान में लगे जुर्माने के पैसे सुनकर हर कोई हैरान परेशान हो गया था। यह चालान एक लाख रुपए से ऊपर भी पहुंचे थे।
हर चौराहे पर मौजूद थी, ट्रैफिक पुलिस। हर किसी व्यक्ति के सभी तरह के डाक्यूमेंट्स देखे जा रहे थे, जिसके पास जो डाक्यूमेंट्स नहीं थे उनके भारी-भरकम चालान काटे गए। सरकार ने इस चीज़ को बिलकुल सही माना था। सरकार का कहना था कि यह सब कुछ देश हित के लिए ही है। लेकिन, क्या सरकार इन सब के पीछे कोई काम भूल तो नहीं रही ?
Roads in India:- देश की ज़्यादातर सड़कों का हाल तो आपको मालुम होगा। बड़े-बड़े गड्ढे, गड्ढों में बारिश का जमा हुआ पानी और सभी सड़कों पर दिखता कुछ ऐसा ही हाल। जनाब, जब शहर की सड़कों के यह हाल है, तो आप गाँव में बनी सड़कों के हाल को कैसे जानेंगे?
खस्ताहाल सड़क की हालत का सुधार का काम है हमारी सड़क और परिवहन प्रशासन का। जैसे-तैसे काम होता है, लेकिन काम ऐसा होता है कि देखने लायक भी नहीं होता। सड़क बनती तो है पर कुछ ही महीनों बाद इसकी स्थिति डगमगा जाती है। सरकार का इस पर कहना है, कि सड़क बनाने में सामान की खराबी का काम करने वाले ठेकेदार ही हैं। और यह कह कर वह अपने हाथ साफ़ कर लेती है।
Roads in India:- हाल ही में, 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त बना दिया जाएगा। ऐसा कहना है, उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया, योगी आदित्यनाथ का। उन्होंने प्रदेश की सड़कों के हालात पर नाराज़गी दिखाई और जल्द से जल्द इन सड़कों को ठीक करने के सख्त निर्देश भेज दिए हैं। योगी आदित्यनाथ का कहना है कि देश की राष्ट्रिय राजमार्ग की हालात ठीक नहीं हैं। काम तो किया जा रहा है लेकिन कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हैं।
राजधानी के भी हाल कुछ ठीक नहीं हैं, यहाँ भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए माथे पर शिकन दिखाई देती रहती है। अभी कुछ ही दिनों पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सरकार के आधिकारिक क्षेत्र में काम करने वाली पीडब्लूडी की 1250 किलोमीटर की सड़कों को गड्ढे मुक्त बनाने के लिए पार्टी के विधायक और इंजीनियर के साथ मिलकर सड़कों का निरक्षण करने का काम दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने ट्वीटर का भी सहारा लिया था।ा
Roads in India:- अब देश में हर दिन सड़कों पर “कार्य प्रगति पर है” का बोर्ड तो लग जाता है लेकिन सरकार इसके लिए कोई काम नहीं करती है। इस साल 2019 के बजट में, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के हिसाब से करीब 80 हज़ार करोड़ रुपए लगाए गए थे। इस बजट में नेशनल हाईवे प्रोग्राम के पुर्नगठन की भी बात की गई थी।
देश की वित्त मंत्री ने इस बजट को पेश किया था, इस बजट में सरकार ने ई-वाहन की भी बात की। पर, देश में सड़क की हालत देख कर तो सरकार को यही सलाह दी जा सकती है कि इन्हें ही पहले ठीक कर लिया जाए।
सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं यह तसवीरें
Roads in India:- इस समय सोशल साइट पर एक व्यक्ति ने फोटो डाली है। फोटो बड़ी दिलचस्प है। इस फोटो को देख कर ही आप पूरी कहानी को समझ सकते हैं।
इस कहानी का शीर्षक है, #अनोखा_विरोध। इस फोटो में नज़र आ रहे व्यक्ति ने हेलमेट लगा रखा है। इसके साथ गड्ढे वाली सड़क पर आराम से फोटो खिंचवा रहा व्यक्ति बड़े ही ढंग से पोज़ देता नज़र आ रहा है। इस पोस्ट में लिखा है कि हेलमेट तो भैया हम लगा लेंगे लेकिन इस रोड को कौन बनवाएगा और इसका चालान कौन भरेगा ? अब इस कहानी को देख कर यही लग रहा है, कि इस हालात के बारे में सरकार को मालुम तो है, लेकिन इसे भी किसी सुन्दर सी फाइल में रख कर किसी सुनहरी रंग की अलमारी में बंद कर दिया है।