अरुण जेटली किसी नाम के मोहताज नहीं है.भले ही वो आज इस दुनिया को अलविदा कह चुके है, लेकिन आज भी वो हमारे दिलों में वास करते है. जैसा की हमें पता है जेटली बीजेपी के दिग्गज नेता में से एक है. उन्होंने बीजेपी में रहते हुए देश हित में एक से बढ़कर एक काम किये है. अरुण जेटली का यूं अचानक चले जाना भारतीय राजनीति में एक बड़ी गैप बन गयी है. जिसकी भरपाई आने वाले कई सालो तक नहीं हो सकेगी। तो चलिए आज हम आपको जेटली से जुड़ी कुछ अहम बाते बताते है…..
जेटली का राजनीतिक करियर बेदाग
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जेटली का राजनातिक करियर पूरी तरह से बेदाग रहा है. शायद यही वजह है की जेटली को लोग सबसे ज्यादा पसंद करते थे. अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को हुआ था. उनके पिता का नाम महाराज किशन जेटली था. उनकी माता का नाम रतन प्रभा जेटली था। पेशे से उनकी माता हाउस वाइफ थी. हालांकि जेटली क आरंविक शिक्षा दिल्ली में ही हुआ. बता दे की जेटली ने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरा किया था. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने लॉ की डिग्री ली. साल 1982 में उनकी शादी हुई. शादी के बाद उनको दो बच्चे हुए, हालांकि दोनों बच्चों को राजनीति से काफी दूरी बना रखी है.
दोनों बच्चे हैं वकील
मिली जानकारी के अनुसार जेटली के दोनों बच्चे वकील है. पिता की राह पर चलते हुए ही उनके बेटी और बेटे ने वकालत की। उनकी बेटी का नाम सोनाली जबकि बेटे का नाम रोहन बताया जाता है। जानकर हैरानी होगी की जेटली अपनी पर्सनल लाइफ मीडिया से काफी दूर रखा. यही वजह है की जेटली या उनका परिवार कभी विवादों के चंगुल में नहीं फंसा. भारतीय राजनीति में अरुण जेटली का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा।
जेटली के बेटे क्या करते हैं?
मीडिया रिपोर्ट की माने तो जेटली के बेटे भी पापा की तरह वकालत सीख कर इसी फील्ड में कैरिएर बना लिया. इनके बेटे की भी शुरूआती पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल आरके पुरम से हुई. जिसके बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई की। हालंकि लॉ की डिग्री लेने के बाद फिलहाल रोहन हाई कोर्ट में वकालत की प्रक्टीस कर रहे है. अब देखना दिलचस्प होगा की क्या रोहन भी अपने पापा की तरह नाम रोशन करते है या नहीं?